अगर आप अक्सर तत्काल टिकट बुक करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है।
भारतीय रेलवे ने एक बड़ा फैसला लिया है -
2025 से
तत्काल टिकट बुकिंग के लिए ई-आधार प्रमाणीकरण अनिवार्य होगा। यह कदम टिकट दलालों पर लगाम कसने
और असली यात्रियों को प्राथमिकता देने के लिए उठाया गया है।
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क्या है ई-आधार प्रमाणीकरण?
ई-आधार प्रमाणीकरण एक
डिजिटल प्रक्रिया है, जिसमें
आपके आधार कार्ड की जानकारी - जैसे
बायोमेट्रिक या जनसांख्यिकीय डेटा -
को UIDAI डेटाबेस
से वेरिफाई किया जाता है। इस तकनीक के जरिए IRCTC
यह सुनिश्चित करेगा कि टिकट वास्तविक व्यक्ति के नाम पर ही बुक हो
रहा है।
📌
नए नियमों की मुख्य बातें
- ई-आधार लिंकिंग अनिवार्य होगी तत्काल
टिकट के लिए।
- बुकिंग के पहले 10
मिनट सिर्फ ई-आधार से
वेरिफाइड यूज़र्स को ही मिलेगी प्राथमिकता।
- एजेंट्स को शुरुआती 10 मिनट में टिकट
बुक करने की अनुमति नहीं
होगी।
- इससे
ऑटोमैटिक बुकिंग टूल्स का
दुरुपयोग भी रोका जाएगा।
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रेलवे की सख्ती: 24 मिलियन संदिग्ध
अकाउंट बंद
रेलवे ने पिछले 6 महीनों में 2 करोड़ से ज्यादा फर्जी या संदिग्ध
अकाउंट्स को बंद किया है। इससे साफ है कि अब रेलवे डिजिटल सुरक्षा और पारदर्शिता को
लेकर पहले से कहीं ज्यादा गंभीर है।
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IRCTC क्या है?
IRCTC यानी Indian Railway Catering and Tourism
Corporation भारतीय
रेलवे का एक प्रमुख डिजिटल और सेवाप्रदाता संगठन है। इसकी स्थापना 1999 में हुई थी और इसका
मुख्यालय नई
दिल्ली में
है। यह ई-टिकटिंग, खानपान
और पर्यटन सेवाओं का संचालन करता है।
ई-आधार प्रमाणीकरण से तत्काल टिकट
बुकिंग प्रणाली और
सुरक्षित, पारदर्शी
और निष्पक्ष बनने
की दिशा में बढ़ रही है। इससे असली यात्रियों को लाभ मिलेगा और फर्जीवाड़े पर रोक
लगेगी।
अगर आप रेलवे टिकट बुकिंग करते हैं, तो अभी से अपने IRCTC अकाउंट में आधार लिंक
करें।
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